NOW HINDUSTAN. Korba. कोरबा जिले में स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी थर्मल पावर स्टेशन में एक अजगर का हैचलिंग दिखाई देने से हड़कंप मच गया रोजाना की तरफ सभी सिविल कार्यालय के अंदर प्रवेश कर ही रहे थे कि एक कर्मचारी की नज़र मुख्य द्वार के बगल पर बैठे एक अजगर के बच्चे पर पड़ी, पहले तो लोगों ने उसे करैत सांप समझ लिया, जिससे वहाँ डर और अफरातफरी का माहौल बन गया, फिर वहां मौजूद लोगों ने घटना की सूचना वाइल्डलाइफ रेस्क्यु टीम (नोवा नेचर) के जितेंद्र सारथी को दी गयी, जिस पर स्थल पहुंचकर अजगर के बच्चे का रेस्क्यु किया, रेस्क्यु के दौरान अजगर का बच्चा लगातार अपने आप को छुड़ाने का प्रयास कर रहा था। साथ ही गुस्से से लगातार काटने का प्रयास करता रहा, आखिरकार सुरक्षित रेस्क्यु कर उसे थैले में डाला गया, तब जाकर लोगों ने राहत भरी सांस ली। इसके बाद उसे सुरक्षित स्थान पर जंगल क्षेत्र में छोड़ दिया गया। ताकि वह अपने प्राकृतिक आवास में स्वतंत्र रूप से रह सके।
जितेंद्र सारथी ने बताया कि अजगर जहरीला नहीं होता और ऐसे मामलों में घबराने के बजाय तुरंत जानकारी देकर सुरक्षित रेस्क्यू कराना ही सही तरीका है। नोवा नेचर वेलफेयर सोसाइटी लगातार कोरबा और आसपास के क्षेत्रों में वन्यजीवों के संरक्षण और रेस्क्यू का कार्य कर रही है। संस्था ने लोगों से अपील की है कि इस प्रकार की घटनाओं में सांप को नुकसान न पहुँचाएं और तुरंत रेस्क्यू टीम को सूचना दें।
