NOW HINDUSTAN. Korba. नगर निगम कोरबा द्वारा शहर की सुंदरता के लिए आईटीआई से घंटाघर चौक तक एवं शहर के अन्य हिस्सों में सड़क के एक और बाउंड्री वॉल बनाया गया था, जिसमें लाखो रुपये के लोहे की रेलिंग लगाई गई थी, लेकिन निर्माण के कुछ महीनो बाद ही इन पर कबाड़ियों की नजर पड़ गई और हालात ये हैं कि शहर के सौंदर्यीकरण के लिए लगाए गए लोहे की रेलिंग, दीवारों के हिस्से और अन्य धातु सामग्री तक सुरक्षित नहीं हैं। कबाड़ी रात के अंधेरे में कीमती सामान उखाड़कर ले जा रहे हैं। आप भी इसे साफ देख सकते हैं सुभाष चौक से लेकर कोसाबाड़ी तक सड़क के किनारे लगी रेलिंग की चोरी हो गई है
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि कबाड़ियों की इन हरकतों से न सिर्फ शहर की सुंदरता पर आंच आ रही है, बल्कि लोगों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। समस्या की सबसे बड़ी वजह प्रशासन की ढिलाई और अनदेखी मानी जा रही है। स्थानीय लोगों ने मांग करी हैं कि नगर पालिक निगम और जिला प्रशासन कबाड़ियों पर सख्त कार्यवाही करें। सार्वजनिक स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं ताकि चोरी करने वालों की पहचान की जा सके। इसके अलावा लोगों को जागरूक कर उनके लिए शिकायत दर्ज कराने की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाए।
कबाड़ चोरों के बुलंद हौसले देखकर ऐसा प्रतीत होता हैं की वे नगर निगम आयुक्त, जिला प्रशासन, सहित प्रदेश प्रशासन को चुनौती दे रहे हैं की आप जितनी तेजी से बनाओगे उतनी ही तेजी से हम बिगाड़ेंगे। अब एक सवाल यह भी उठता है कि जब शहर में अवैध कबाड़ की खरीदी बिक्री बंद है तो फिर इतने बड़े पैमाने पर लोहे की रेलिंग की चोरी कर कौन बेच रहा है क्या उसे शासन प्रशासन की मदद मिल रही है। क्या किसी को दिखाई नही देता है।
