ऑटोमेटेड वेदर एंड वाटर स्टेशन की स्थापना_सामुदायिक विकास पहल द्वारा कृषि में नवाचार को मिला बढ़ावा.

Rajesh Kumar Mishra
Rajesh Kumar Mishra
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NOW HINDUSTAN. Korba.  वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने स्मार्ट और सस्टेनेबल कृषि को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अपने प्रमुख सीएसआर प्रोजेक्ट ‘मोर जल मोर माटी’ के अंतर्गत कंपनी ने एक ऑटोमेटेड वेदर एंड वाटर स्टेशन (एडब्ल्यूडब्ल्यूएस) स्थापित किया है। पायलट चरण में यह स्टेशन पांच किलोमीटर के दायरे में चयनित गांवों के 200 से अधिक किसानों को कवर कर रहा है। भविष्य में इसे विस्तार देते हुए और अधिक किसानों तक पहुंचाने की योजना है।

यह भारत सरकार की डिजिटल इंडिया पहल के अनुरूप है, जो डिजिटल बुनियादी ढांचे के विस्तार के साथ-साथ अंतिम छोर तक सशक्तिकरण प्रदान करती है। जैसे-जैसे जलवायु परिवर्तन और तकनीक कृषि पर गहरा प्रभाव डाल रहे हैं, वैसे-वैसे आधुनिक तकनीकों तक पहुंच किसानों के लिए पानी और बीज जितनी ही जरूरी होती जा रही है। इस प्रकार की सूचना एवं संचार तकनीक (आईसीटी) आधारित समाधान जैसे कि एडब्ल्यूडब्ल्यूएस इस डिजिटल खाई को कम कर रहा है और सीएसआर प्रयास इस बदलाव को गति देने में अहम भूमिका निभा रहा हैं। बालको द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में इन स्मार्ट समाधानों को एकीकृत करने से कृषि-बुद्धिमत्ता का प्रवाह मजबूत हो रहा है और जलवायु अनुकूल खेती को बढ़ावा मिल रहा है।

एडब्ल्यूडब्ल्यूएस के माध्यम से किसानों को स्थानीय स्तर पर मौसम की पूर्वानुमान और कृषि परामर्श की जानकारी प्राप्त होती है। उन्हें सिंचाई की योजना बनाने, बुवाई और कटाई का समय तय करने और मौसम की घटनाओं के लिए तैयारी करने में सहायता मिली है। यह जानकारी रीयल टाइम में ग्राम विकास समितियों, व्हाट्सएप चैनलों और जमीनी जागरूकता अभियान के माध्यम से प्रदान की जाती है। साथ ही सिस्टम मिट्टी की नमी, कीट और रोग पूर्वानुमान तथा फसल सुरक्षा रणनीतियों की जानकारी भी देता है। इससे किसान नुकसान को कम, पैदावार की रक्षा और उत्पादकता बढ़ा सकेंगे। इस पहल के माध्यम से बालको ग्रामीण कृषि समुदायों में आधुनिक तकनीक को बढ़ावा दे रहा है, साथ ही उन्हें जलवायु चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बना रहा है।

बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक  राजेश कुमार ने कहा कि बालको में हम तकनीक को औद्योगिक उत्कृष्टता के साथ-साथ समुदाय के सशक्तिकरण का एक शक्तिशाली माध्यम मानते हैं। ‘मोर जल मोर माटी’ परियोजना के तहत एडब्ल्यूडब्ल्यूएस की स्थापना किसानों के लिए सटीक जानकारी के माध्यम से कृषि को बेहतर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। एक डिजिटल-प्रथम संगठन के रूप में हम नवाचार को अपनी सामाजिक पहल में एकीकृत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं ताकि हम एक सक्षम और भविष्य के लिए बेहतर समुदाय का निर्माण कर सकें।

‘मोर जल मोर माटी’ परियोजना के तहत बालको किसानों को सतही जल प्रबंधन के बेहतर उपयोग, सिंचाई सुविधाओं में वृद्धि और बहुफसली खेती को बढ़ावा देने जैसे उपायों के माध्यम से सहयोग प्रदान कर रहा है, ताकि वे वर्षा पर निर्भरता को कम कर सकें। इसके साथ ही यह परियोजना लाख की खेती, पशुपालन, बागवानी और गैर-वनोपज जैसे नए आय के स्रोतों से भी किसानों को जोड़ रही है जिससे उन्हें सालभर आय मिल सके। इस परियोजना के अंतर्गत वेदांता एग्रीकल्चर एंड रिसोर्स सेंटर की स्थापना भी की गई है, जो प्रशिक्षण और इनपुट सपोर्ट के माध्यम से इन प्रयासों को सशक्त बना रहा है। अब तक यह परियोजना 5700 से अधिक किसानों को लाभ पहुंचा चुका है और सस्टेनेबल कृषि प्रथाओं व आर्थिक विकास को बढ़ावा दे रही है।

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