बालको मेडिकल सेंटर में आयोजित होगा कैंसर कॉन्क्लेव, लोगो को मिलेगा लाभ …..

Rajesh Kumar Mishra
Rajesh Kumar Mishra
3 Min Read

NOW HINDUSTAN. Korba. बालको मेडिकल सेंटर (बीएमसी) में 19 से 21 सितम्बर तक नया रायपुर स्थित मयफेयर लेक रिजॉर्ट में अपने वार्षिक ‘छत्तीसगढ़ कैंसर कॉन्क्लेव’. के तीसरे संस्करण का आयोजन करेगा। इस कॉन्क्लेव के साथ ही ‘चूजिंग वाइजली इंडिया’ मीटिंग के छठे वर्ष का भी आयोजन होगा, जिसका आयोजन ई-कैंसर, टाटा मेमोरियल सेंटर (मुंबई) और नेशनल कैंसर ग्रिड के सहयोग से किया जाएगा।

- Advertisement -

इस साल का कैंसर कॉन्क्लेव ‘ड्राइविंग कॉमन सेंस ऑन्कोलॉजी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल, जेनिटोयूरिनरी – और लंग कैंसर का मल्टी डिसिप्लिनरी मैनेजमेंट’ विषय पर न आधारित है। इसका उद्देश्य बेहतर – इलाज परिणामों के लिए बहु से विशेषज्ञ सहयोग की अहमियत को को बढ़ावा देना है। तीन दिन तक चलने वाले इस कॉन्फ्रेंस में 20 से ज्यादा पैनल डिस्कशन होंगी, जिनमें पूरे को भारत से 200 से अधिक कैंसर विशेषज्ञ और अमेरिका, यूनाईटेड किंगडम, स्विट्जरलैंड, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, लेबनान और ऑस्ट्रेलिया से आए 10 अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ शामिल होंगे। सभी मिलकर अपने अनुभव साझा करेंगे, नवीनतम तकनीक, सर्वोत्तम प्रक्रियाओं पर चर्चा करेंगे और मिलकर काम करने के नए रास्ते तलाश करेंगे ताकि भारत में कैंसर रोगियों को और बेहतर इलाज और अनुभव मिल सके।

वेदांता मेडिकल रिसर्च फाउंडेशन (बालको मेडिकल सेंटर) की चिकित्सा निदेशक डॉ. भावना सिरोही ने कहा कि हर साल इस कॉन्क्लेव में बढ़ती भागीदारी और उत्साह हमारे लिए अहम बात है। वार्षिक कॉन्क्लेव अब मध्य भारत के प्रमुख शैक्षणिक आयोजनों में स्थापित हो चुका है। प्रत्येक सत्र को इस प्रकार डिजाइन किया गया है जो चिकित्सकों को वास्तविक नैदानिक चुनौतियों का समाधान प्रदान करे, तथा साथ ही यह भी दर्शाए कि अंतरराष्ट्रीय अनुभवों और सर्वोत्तम प्रक्रियाओं को गुणवत्तापूर्ण कैंसर उपचार को अधिक सुलभ और किफायती बनाया जा सकता है। यह कॉन्क्लेव युवा कैंसर विशेषज्ञों के लिए भी सीखने और विचार साझा करने का बड़ा मंच है। हर साल देशभर से 50 छात्रों को यात्रा अनुदान दिया जाता है, ताकि वे भी इन चर्चाओं का हिस्सा बनकर सही और रोगी-केंद्रित इलाज की दिशा में आगे बढ़ सकें।

इस कॉन्क्लेव में क्षेत्र के लिए पहली बार कई विशेष कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा, जिनमें शामिल हैं, कार्ट-टी सेल अफेरेसिस, सिर और गर्दन के कैंसर की लाइव सर्जरी डेमोंस्ट्रेशन, मिनी-अकॉर्ड रिसर्च वर्कशॉप, जीवन की अंतिम अवस्था में मरीज और परिजनों से संवाद करने का प्रशिक्षण, रोग-पूर्वानुमान पर चर्चा और स्टेरियोटैक्टिक बॉडी रेडियोथेरेपी (एसबीआरटी) पर हैंड्स-ऑन कॉन्टूरिंग वर्कशॉप। इसके साथ ही ‘वीमेन फॉर ऑन्कोलॉजी’ नेटवर्क मीटिंग और कैंसर रोकथाम कार्यशाला भी होगी, जिसका उद्देश्य सामुदायिक स्तर पर कैंसर देखभाल को मजबूत करना है।

Share this Article