NOW HINDUSTAN. Korba. छठ महापर्व की पवित्रता और आस्था के माहौल में शहर के प्रमुख छठ घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी-भीड़ लगी। श्रद्धालु डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर मनोकामना की पूर्ति की कामना की ।। जिले के सभी छठ घाटों को जिला प्रशासन और नगर निगम द्वारा विशेष रूप से सजाया गया । घाटों की साफ-सफाई, लाइटिंग, सुरक्षा और यातायात व्यवस्था के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। छठ पर्व को लेकर कोरबा शहर में श्रद्धा और आस्था का माहौल देखने को मिल रहा है। सभी घाटों को आकर्षक रोशनी से सजाया गया है। छठी मइया के गीतों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया है। शहर के मुख्य घाटों में हसदेव नदी किनारे सर्वमंगला मंदिर के दोनों तरफ, अशोक वाटिका, मुड़पार तालाब, पम्प हाउस नदी किनारे , डेंगुर नाला छठ घाट ,बालको स्थित राम मंदिर के पास ,एसईसीएल शिव मंदिर ,मानिकपुर पोखरी , एनटीपीसी और सीएसईबी दर्री डेम के किनारे पर विशेष सजावट की गई है। शाम और सुबह के अर्घ्य के दौरान व्रतियों को पर्याप्त रोशनी मिले, इसके लिए लाइटें और जनरेटर लगाए गए हैं।
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सुबह से ही महिलाएं व्रतधारी ‘छठी मइया’ के गीत गाते हुए पूजा सामग्री की तैयारी में जुटी रहीं। व्रती महिलाएं 36 घंटे का निर्जला उपवास रखकर सूर्य देव की आराधना करती हैं और परिवार की सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। घाटों पर सुरक्षा के लिए पुलिस बल की तैनाती की गई है, साथ ही गोताखोरों की टीम को भी अलर्ट पर रखा गया है। जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील करी है कि वे निर्धारित स्थानों पर ही अर्घ्य दें और जलाशयों में अत्यधिक गहराई तक न जाएं।
28 अक्टूबर को प्रातःकालीन सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही छठ महापर्व का समापन होगा। इस दौरान श्रद्धालु एक बार फिर घाटों पर पहुंचकर उदयमान सूर्य की पूजा कर परिवार और समाज के कल्याण की कामना करेंगे।