5 नवम्बर को होने वाली हसदेव आरती राजनीति का शिकार हो गई , हिन्दू क्रांति सेना ने विवादों को देखते हुये कार्यक्रम किया रदद् …….

Rajesh Kumar Mishra
Rajesh Kumar Mishra
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NOW HINDUSTAN.  विगत 3 वर्षो से हिन्दू क्रांति सेना द्वारा यह आयोजन किया जाता आ रहा है । या यूं कहें कि कोरबा में इसका आयोजन भी हिन्दू क्रांति सेना द्वारा शुरू किया गया था । अब उसे हिन्दू क्रांति सेना ने रदद् कर दी है । प्रेसवार्ता में हिन्दू क्रांति सेना के पदाधिकारियों ने बताया कि विवादों को देखते हुए इस बार कार्यक्रम नही किया जा रहा है ।

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हिंदू क्रांति सेना द्वारा पिछले तीन वर्षों से माँ सर्वमंगला मंदिर घाट और सामने स्थित रेत घाट (पुरानी बस्ती छठ घाट, कुदरा घाट) पर देव दीपावली के उपलक्ष्य में हसदेव महाआरती का आयोजन किया जाता रहा है। इस वर्ष भी 5 नवंबर को आयोजन की तैयारी की जा रही थी।

प्रशासन ने प्रारंभ में हिंदू क्रांति सेना को माँ सर्वमंगला मंदिर घाट पर आयोजन की अनुमति दी थी, जबकि नमामि हसदेव समिति को सामने वाले रेत घाट पर अनुमति प्रदान की गई थी। किंतु बाद में दोनों संगठनों को माँ सर्वमंगला मंदिर घाट का आधा-आधा हिस्सा बांटकर अनुमति दी गई।

इसपर हिंदू क्रांति सेना का कहना है कि इतने सीमित क्षेत्र में भव्य महाआरती का आयोजन संभव नहीं है, इसलिए संगठन ने इस वर्ष के कार्यक्रम को स्थगित करने का निर्णय लिया है। साथ ही यह भी कहा कि लगातार विवादों के कारण अब यह तय नहीं है कि भविष्य में संगठन हसदेव महाआरती या हिंदू नववर्ष शोभायात्रा जैसे आयोजनों को जारी रखेगा या नहीं।

संगठन ने बताया कि इस विषय पर आगे की रणनीति और निर्णय संगठन की बैठक में तय किया जाएगा।

कोरबा जिले के लिए यह परिपाटी ठीक नहीं है कि एक आदमी कार्यक्रम को शुरू करें और जब अच्छी ऊंचाइयों तक ले जाए फिर कोई दूसरा व्यक्ति वही जगह पर अपना कार्यक्रम करने के लिए तैयार हो जाए । इससे तो ऐसा ही लगता है कि एक आदमी घर बनाता है सजाता है और फिर दूसरा की यह कहे की घर में मैं रहूंगा और अपनी पूरी पावर लगा देता है कहीं ना कहीं अब कोरबा वासियो को एक अच्छे आयोजन से दूर रहना पड़ेगा उन्हें वह सब देखने को नहीं मिलेगा जिस का उन्हें इंतजार था

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