NOW HINDUSTAN कोरबा जिले के पश्चिमी क्षेत्र दर्री नगर के लोग सीएसईबी और एनटीपीसी के राखड बांध से उड़ने वाली और परिवहन कर रिहायशी इलाके में डंप राख से बुरी तरह हलाकान है जिससे मुख्य मार्ग में चलने वाले राहगीर भी परेशान है आम जनता को कई तरह की बीमारियों का सामना करने को मजबूर होना पड़ रहा है।
सीएसईबी कोरबा-पश्चिम द्वारा प्लांट से लगभग 5 किलोमीटर दूर ग्राम नवागांव झाबुमें पावर प्लांट से उत्सर्जित होने वाले राखड के लिए राखड बांध बनाया गया है, इस राखड बांध को बनाने हेतु वहां आसपास के ग्राम नवागांव कला, झाबू, मड़वामहुवा, लोतलोता आदि ग्राम के जमीन को अधिग्रहण कर सीएसईबी कोरबा-पश्चिम द्वारा राखड बांध का निर्माण किया गया है जिसे झाबू राखड बांध के नाम से जाना जाता है, और वही उससे आगे लोतलोता ग्राम में भी सीएसईबी का राखड बांध है उसके आगे ग्राम धनरास में एनटीपीसी का राखड बांध है जिसमे भारी मात्रा में संयत्रो से उत्सर्जित राखड रखा गया है।पर्यावरण के नियम के अनुसार इन राखड बांध में हमेशा पानी का छिड़काव करना है ताकि यह हवा में न उड़े परंतु प्रबंधन द्वारा इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा।
कुछ दिनों पूर्व ही गर्मी में जनता को राखड़ की समस्या से परेशानियों का सामना ना करना पड़े, इसे ध्यान रखते हुए पर्यावरण विभाग ने विद्युत संयंत्रों व प्रबंधनों को नोटिस जारी कर अपने-अपने राखड़ बांध में नमी बनाए रखने पर ध्यान देने कहा है। ताकि आंधी-तूफान चलने पर राख लोगों के घरों में प्रवेश ना करें।