बारिश ने उखड़ी सड़क – सफाई में जुटा अमला, नेता प्रतिपक्ष हितानंद ने मंत्री, महापौर पर साधा निशाना….

Rajesh Kumar Mishra
Rajesh Kumar Mishra
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कोरबा NOW HINDUSTAN   कोरबा शहर में सड़को की दुर्दशा को लेकर नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल ने मंत्री और महापौर पर निशाना साधा है, नेता प्रतिपक्ष ने इसका जिम्मेदार मंत्री, महापौर को बताया, श्री अग्रवाल ने कहा कि शहरी क्षेत्र में नगरीय निकाय के द्वारा सडक़ निर्माण पर खर्च की गई राशि के बावजूद गुणवत्ता को लेकर शिकायतें चाहकर भी कम नहीं हो सकी, संभवत: निगरानी की कमी से इस प्रकार के मसले बने हुए हैं, बारिश के दौर में नतीजे फिर सामने है, जबकि कुछ समय पहले ही तैयार हुई सडक़ों ने जवाब दे दिया है। बारिश थमने के साथ सडक़ें उखड़ रही है और परेशानी पैदा कर रही है। इसलिए अब काफी संख्या में सफाई कर्मी तैनात करते हुए धूल और बजरी को हटाने में लगे हुए है। कहा जा रहा है कि सडक़ों के सुधार के लिए जो भी काम होना है, वह शर्तों के अंतर्गत ठेकेदार करेगा।

श्री अग्रवाल ने कहा कि बीते वर्षों में नगर निगम कोरबा ने यहां की मुख्य सडक़ों के नवनिर्माण और सुधार पर करोड़ों रूपए खर्च किये। इन्हें चकाचक करने के साथ रोड मार्किंग की गई। माना गया कि लंबे समय तक सडक़ें टिकाऊ होंगी और राहत देगी। ऐसा सोचना गलत साबित हुआ। वर्ष 2023 में दूसरे सावन की बारिश के सिलसिले के साथ इसका सीधा असर यहां की सडक़ों पर हुआ, जिन्होंने अपनी परतें छोडऩा शुरू कर दी। वे लगातार उखड़ रही है। परिणाम यह है कि वाहनों के चलने के दौरान सडक़ निर्माण में उपयोग की गई बजरी और अन्य संसाधन सीधे वातावरण में शामिल होकर जनस्वास्थ्य का खतरा पैदा कर रहे हैं। कोरबा के ट्रांसपोर्ट नगर चौराहे से शहर, बुधवारी बाजार से कुआंभट्टा, एसईसीएल मार्ग और दूसरे क्षेत्र में इस तरह की समस्याएं कायम है। अलग-अलग प्लेटफार्म पर इसे लेकर नाराजगी सामने आने पर शायद संज्ञान लिया गया है। संभवत: इसलिए सफाई कर्मियों को इन मार्गो पर तैनात करने के साथ वहां पर काफी मात्रा में जमा गर्दगुबार को हटाने का काम जारी है।
माना जा रहा है यह सब कवायद सडक़ों को समस्यामुक्त करने के लिए हो सकती है। इसलिए संबंधित क्षेत्र में प्राथमिक कार्रवाई की जा रही है। निगम के अधिकारियों से इस बारे में पूछताछ करने पर यह बताया गया कि समस्याएं जिन कारणों से उत्पन्न हुई है, उसका समाधान वर्क एजेंसी को ही करना है। इसलिए यह माना जाना चाहिए कि जहां भी सुधार कार्य की जरूरत है, उसे संबंधित ठेकेदार ही करेगा। नगर निगम ने ऐसे कार्यों को आबंटित करने के लिए शर्तें रखी थी और गारंटी पीरियड के दौरान किसी भी तरह की अव्यवस्था होने पर सुधार की जिम्मेदारी ठेका फर्म की होगी।

नगर के मुख्य और आंतरिक मार्गों को बेहतर करने के साथ लोगों को राहत देने के साथ स्थानीय निकाय की ओर से कोशिशें जारी है। राज्य के धनवान निकायों में कोरबा की गिनती होती है। ऐसे में बुनियादी सुविधाओं को उपलब्ध कराने में कोई समस्या नहीं है। इन सबके बावजूद कई कारणों से यहां की सडक़ों को लेकर समस्याएं पेश आ रही है और इनसे लोग परेशान है।

 

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