कोरबा NOW HINDUSTAN कोरबा जिले के रामपुर विधानसभा क्षेत्रान्तर्गत सरगबुंदिया रेल्वे स्टेशन में कोल साइडिंग एवं बरपाली बस स्टैण्ड से स्टेशन रोड में कोल परिवहन तत्काल बंद कराने के लिए एकजुट ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर ज्ञापन सौंपा है। बरपाली व सलिहाभाठा के सरपंच सहित दर्जनों ग्रामीणों ने कहा है कि यदि कार्यवाही नहीं होती है तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
कलेक्टर के नाम सौंपे ज्ञापन में अवगत कराया गया है कि पिछले कुछ महीने से सरगबुंदिया रेल्वे स्टेशन को कोल साइडिंग बना दिया गया है एवं बरपाली बस स्टैण्ड से स्टेशन रोड को कोल परिवहन मार्ग में परिवर्तित कर दिया गया है। इससे ग्रामवासियों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सरगबुंदिया रेल्वे साइडिंग से बरपाली के अलावा आसपास के गांव बंधवाभांठा, सलिहाभांठा, सरगबुंदिया, डोंगरीभांठा आदि भी प्रभावित हो रहे हैं। सभी गांवो की जनता कोल डस्ट से परेशान हो गई है साथ ही कृषि भूमि पर भी असर पड़ रहा है।
रेलवे स्टेशन में अघोषित रूप से कोयला साइडिंग बनाया गया है जहां माल गाड़ियों से अतिरिक्त कोयला उतारकर ट्रकों के माध्यम से कहां ले जाया जाता है किसी को मालूम नहीं कोयले के डस्ट से आसपास के लोग काफी परेशान हैं कई बार लोगों ने साइडिंग को बंद कराने कलेक्टर और जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई एक बार फिर बरपाली के लोगों ने कोरबा कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर कोयला जुलाई को बंद कराने की मांग की आशंका व्यक्त की जा रही है कि यहां से बड़े पैमाने पर कोयला की अफरा-तफरी की जाती है क्योंकि जब ट्रेनों में कोयला लोड कर भेजा जाता है फिर उसे यहां पर क्यों खाली कराया जाता है इसे लेकर बरपाली के लोगों ने कहा कि रेलवे और अन्य व्यक्ति के द्वारा मिलीभगत कर यहां कोयले को उतारकर कहीं और खपाया जा रहा है जिस पर प्रशासन की नजर नहीं है इससे कहीं ना कहीं एसईसीएल को करोड़ों रुपए का चूना लगाया जा रहा है।
जिस मार्ग से कोयला परिवहन किया जाता है उस मार्ग में दो स्कूल, दो बैंक के अलावा आवासीय क्षेत्र है। कोल परिवहन से ग्रामीणों के साथ-साथ छोटे स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है। उक्त समस्या से पहले भी ग्रामीणों द्वारा प्रशासन को अवगत कराया जा चुका है किन्तु प्रशासन द्वारा अब तक किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई है।
ग्रामवासियों की समस्या पर गंभीरतापूर्वक विचार करते हुए आगामी एक सप्ताह में सरगबुंदिया कोल साइडिंग को बंद करते हुए कोल परिवहन पर रोक लगाई जाए। यदि पत्र पर प्रशासन द्वारा कार्यवाही नहीं की जाती है तो ग्रामवासी उग्र आंदोलन करने हेतु मजबूर होंगे।